शराब का लोकव्यापीकरण कर रही प्रदेश सरकारः शिवराज सिंह चौहान
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा प्रदेश सरकार को किसानों की चिंता नहीं
भोपाल। प्रदेश में जब भी प्राकृतिक आपदा आती है तो कांग्रेस सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचती नजर आती है। किसानों पर आयी विपत्ति के समय उन्हें राहत पहुंचाने के बजाए प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार का नाम लेती है। प्रदेश में एक साल से प्राकृतिक आपदाएं आ रही है। कांग्रेस सरकार को शराब, रेत, परिवहन के नाके और तबादला उद्योग दिखाई दे रहा हैं। पूरा प्रदेश बेहाल है और विकास पूरी तरह ठप है। कमलनाथ सरकार मदमस्त होकर बैठी हुई है। ओला, पाला से किसान बर्बाद हो रहा है मगर प्रदेश सरकार में बैठे मुख्यमंत्री, मंत्री पूछने तक नहीं जाते हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा से करते हुए कही।
सरकार का अजीब तर्क अवैध शराब रोकना है तो बेचना पड़ेगा
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में धान की खरीदी नहीं हो रही है। जिन किसानों से धान खरीदा गया उनको सरकार पैसे नहीं दे रही है। कांग्रेस सरकार ओला, पाला, धान की चिंता कैसे करेंगी ? यह तो सिर्फ शराब की चिंता कर रहे है। शराब का लोकव्यापीकरण किया जा रहा है। गांव-गांव, घर-घर में शराब बेचने को लेकर सरकार द्वारा अजीबो गरीब तर्क दिया जा रहा है कि अवैध शराब रोकना है तो बेचना पड़ेगा। प्रदेश सरकार ने पोषण आहार माफियाओं के हाथ में दे दिया है। पूरा प्रदेश हाहाकार कर रहा है। भांजे भांजियों को कोई पूछने वाला नहीं है।
माफियाओं के नाम पर कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। माफियाओं के नाम पर जनता और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। अगर कोई सही बात उठाता है तो गंदे मामले में फंसाने की राजनीति हो रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं को तबाह और बर्बाद करके मकान, होटल गिराए जा रहे है। हम रसगुल्ले नहीं है जो खा जाओंगे। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता फिनिश पक्षी की तरह है जो राख के ढेर से भी खडे हो जायेंगे और कमलनाथ सरकार के अत्याचार और पाप की लंका को जलाकर राख कर देंगे।